5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT SHIV CHAISA EXPLAINED

5 Simple Statements About Shiv chaisa Explained

5 Simple Statements About Shiv chaisa Explained

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दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥

ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय ।।

जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥

मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥

कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

वेद नाम महिमा तव गाई। more info अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥

महाशिवरात्रि मनाने के आध्यात्मिक कारण

प्रकटी उदधि मंथन में ज्वाला। जरत सुरासुर भए विहाला॥

तेरी खोज में, ना जाने, कितने युग मेरे shiv chalisa lyricsl बीते,

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन more info कुण्डल नागफनी के॥

भाल चन्द्रमा सोहत नीके। कानन कुण्डल नागफनी के॥

वो मेरा है तारण हारा, उस से मेरा जग उजारा।

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